तुम तो नहीं थे बेवफ़ा

हजार तीर चुभे हैं दिलमें एक और सही खूँ तो बचा जितना था उतना ही बहेगा ! हर कतरा कहेगा तुम तो नहीं थे बेवफ़ा .. तुम तो नहीं थे बेवफ़ा हर शहर का अंजाम है खंडहर हो जाना मेरा नाम ना सही खंडहर तो बचा रहेगा ! हर पत्थर कहेगा मरूँगा मैं कितनी दफ़ा…