इल्जाम

इन चाँद सितारोंने भी अजीब मज़ाक करना शुरू किया है | हर रोज़ मैं झाँक लेता हूँ आसमाँ को के कभी तो इनायत नसीब हो वे तो निकल पड़ते हैं अपनेही मस्ती मैं कभी इस छोर से कभी उस छोर से अपने ही धुंद मैं मस्त अब तो तकदीरें कुचलना शुरू किया है | दोस्त…